पसीना के कारण बालो का झड़ना और उसके बचाव तथा उपाए  

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बदलते वातावरण के चलते ,ज्यादा प्रदूषण के कारण,  मानसिक चिंताओं के कारण  लोगो में बाल  झड़ने  की समस्या ज्यादा देखी जा रही है | जिसके पीछे  बहुत सारे कारण  हो सकते है | रोज़ बालो का थोड़ी मात्रा मे  टूटना चिंता का विषय नहीं है |  परन्तु रोज़ ज्यादा मात्रा  मे  एक खंबीर चिंता का विषय है |  जिसके लिए सभी कोई न कोई नुस्खा अपनाते है जिससे उनके बालो का झड़ना कम हो सके | यह बहुत तरीको के हो सकते है | यह हर उम्र के लोगो मे  देखने को मिलते है | हम अनेक नुस्खों का इस्तेमाल करके  बालो के  झड़ने को रोक सकते है |  गर्मियों तथा बारिश के मौसम मे  बालो का झड़ना ज्यादा मात्रा मे  पाया जाता है , क्युकी इन मौसमो  में हवा बहुत खुश्क होती है |  हर तरफ सुखा होता है | जिससे हमारे सिर  पर पसीना आता है  और हमारे बाल कमजोर होकर टूटने लगते है | 

बालो के टूटने के कारण :- गर्मी होने के कारण  , सिर  पर पसीना आता है | जिससे बाल कमजोर हो जाते है और टूट जाते है |  ज्यादा जोर से  बालो को बांधना भी बालो को तोड़ सकता हुई | रोज़ रोज़ बालो मे स्टाइलिंग करना भी इसका एक कारण है|  

पसीना आने से  सिर के पोर्स ब्लॉक हो जाते है जिससे सिर मे  खुजली होना स्वाभाविक बात है |  ज्यादा खुजली होने के कारण  बार बार खुजलाने से  बालो की  जड़े कमजोर हो जाती  है जिस वजह से  बाल जड़ो से हे टूट जाते है | पसीना आने से  सिर का अधिकतर हिस्सा लाल हो जाता है |  

पसीना आने पर गिरते बालों को बचाने  के  उपाय :- 

→ हमे बालो को रोज़ाना  साफ रखना चाहिए | 

→ हफ्ते  में २ बार बालो को धोना चाहिए |

→ रोजाना बालो मे  कंगी करनी चाहिए |     

→ बालो को तेल के साथ मालिश करनी चाहिए  परन्तु ध्यान रहे  तेल ज्यादा देर तक सिर पर न लगे रहे | 

→ बालो को ज्यादा जोर से  नहीं बांध के रखना चाहिए | जिससे वह  कमजोर हो सकते है | 

→ एप्पल साइडर वेनिगर का इस्तेमाल करके भी हम बालो के झड़ने  को रोक सकते है | 

→ ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए | जिससे हमारे बालो का अच्छे से विकास हो सके  | 

→ हमे चिंता मुक्त माहौल में  रहना चाहिए |  

→ तीखे  खाने  का सेवन नहीं करना चाहिए | 

कुछ परिस्थितियां ऐसी भी होती है  जब हमारे  हार्मोनल बदलाव के कारण पसीना ज्यादा आता  है | 

हमें ज्यादा से  ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए  ताकि हमारा शरीर निर्जलित  न हो सके | सही ढंग से  कार्य  करे | धुप में कम निकलना भी एक सही तरीका है ताकि बालो मे  पसीना न आये | 

बालो मे  रुसी का बढ़ना भी इनके कमजोर होने का एक महत्वपूर्ण कारण  है | जिससे बालो की जेड कमजोर हो जाती है | बाल जड़ो से टूटना शुरू हो जाते है तथा वह से  गंजापन दिखने लगता है | ज्यादा दवाइया खाने से  भी पसीना आता  है | ऐसे वैयक्तियो को हर समय गर्मी लगती रहती है | उन्हें पंखे के निचे  बैठे  हुए भी गर्मी का एहसास होता है | अगर आपको इन उपचारो से भी राहत  ना  मिले तो आप डॉ रितु  बाथ के साथ सम्पर्क कर सकते है |

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